जिला मुंगेली,,,,,ग्राम कोदवा बानी में प्रवाहित श्री रामचरितमानस में पधारे श्री महावीर दास ब्रह्मचारी पारीछा पीठाधीश्वर

पदमराज सिंह ठाकुर जिला कबीरधाम
पदमराज सिंह,,,मुंगेली- ग्राम कोदवा बानी बाजार पारा मोहल्ले में आयोजित नवान्हपारायण श्री रामचरितमानस में कथावाचक श्री महावीर दास ब्रह्मचारी पारीछा पीठाधीश्वर झाँसी (उत्तरप्रदेश) ने अपने मुखारबिंद से कहा कि श्री राम कथा सुनने से ही मन को शांति मिलती है, भगवान श्रीराम को पाने के लिए किसी समीक्षा, परीक्षा की आवश्यकता नहीं है बल्कि राम को पाने के लिए तो भक्ति और प्रतीक्षा ही जरूरी है, दूर दराज से आये हुए मानस प्रेमी व श्रोताओं को कथा के दौरान बताया कि भगवान को पाने के लिए कलियुग में श्रीराम चरित मानस कथा मोक्षदायिनी है। राम कथा जीवात्मा को परमात्मा से मिलाती है।
22 जनवरी 2025 से आरंभ हुई श्री रामचरितमानस अखंड नवधा रामायण भव्य कथा के चौथे व पांचवें दिन जगदगुरु महावीर दास ब्रह्मचारी ने कहा कि एक बात साफ है कि आप एक बार भगवान के हो गए तो यदि आप का पतन भी हो जाए तो भी आप ऊंचाई पर ही रहेंगे। प्राण को ही परमात्मा का स्वरूप बताते हुए निरंतर भजन करने को ही प्रेम व भक्ति बताया। जगदगुरु ने भारत वर्ष की महानता और सनातन धर्म की विश्व में भूमिका पर भी उपस्थित श्रोताओं को श्रवणपान कराया।
इस अवसर पर आयोजन समिती व ग्रामवासियों तथा सनातनी नवयुवकों ने श्री महावीर दास ब्रह्मचारी पारीछा पीठाधीश्वर जी का भव्य आत्मीय स्वागत अभिनन्दन कर आशीर्वाद लिया। कार्यक्रम में आचार्य पण्डित जय प्रकाश पाण्डेय जी सहित मंच संचालन तुलसीराम साहू ने किया।
उक्त आयोजन की जानकारी अरविन्द सिंह राजपूत ने दी।




