राजनांदगांव,,,,,,मनुष्य अपने कर्म और भाग्य अनुसार जीवन में कुछ पाते और खोते हैं – हारुन मानिकपुरी

सृष्टि की रचना बहुत ही नियोजित ढंग से हुई है। इस संसार में जन्म लिए हर मनुष्य के पास असीमित शक्ति है। सब कुछ नियोजित है, विधाता के द्वारा किया गया प्रबंधन बहुत ही बेहतरीन है। वक्त के साथ सारे कार्य स्वमेव संचालित होते हैं। जन्म मरण सुख दुःख सब कुछ तय है। कब किस पल क्या होना है। जीवन में पूर्ण रूप से सुखी कोई नहीं और हर मनुष्य अपने कर्म और भाग्य के अनुसार जीवन में कुछ पाते और खोते हैं। जिनके पास रोटी,कपड़ा, मकान तो दुर एक वक्त का भोजन भी मुश्किल से मिलता है , नसीब का खेल है सब। जो है उसे संभाल कर रखिए हमें भी जिंदगी में बहुत से मौके मिलते हैं,लेकिन हम हमेशा उससे बेहतर की तलाश या लालच में उस मौके को भी गंवा देते हैं। हमें हर मौके को बेहतरीन समझना चाहिए। जब भी कोई मनुष्य अपने भीतरीपन को समझ लेता है, अपने एकांत से ठीक से गुजर जाता है। तब उसके जीवन में श्रेष्ठ जन्म लेता है। पहले एकांत से स्वयं को साधो,सक्षम बनों, फिर संसार में उतरो श्रेष्ठता जब भी जन्मेगी एकांत में ही जन्मेगी और इसके लिए एकांत साधना पड़ेगा। और आनंदित होने का प्रयास कीजिए। हारुन मानिकपुरी कहते हैं हर पल जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए हृदय स्पर्शी आंनद पूर्ण वजह होना जरूरी है।