Blog

छत्तीसगढ़,,,,,,शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अम्बागढ़ चौकी में राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

शासकीय एल.सी.एस. स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अम्बागढ़ चौकी में 7 फरवरी 2025 को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के क्रियान्वयन पर एक दिवसीय शिक्षक उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का आयोजन एनईपी प्रकोष्ठ द्वारा आईक्यूएसी प्रकोष्ठ के समन्वय में किया गया था। प्राचार्य डॉ. के.आर. मंडावी के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यशाला में विभिन्न विभागों के संकाय सदस्यों ने भाग लिया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को एनईपी- 2020 की प्रमुख विशेषताओं, पाठ्यक्रम डिजाइन, शिक्षण विधियों, मूल्यांकन और संस्थागत विकास के लिए इसके निहितार्थों से परिचित कराना था। एनईपी प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ. एन.के. कुर्रे ने कार्यशाला के उद्देश्यों, एजेंडा और नीति के मूल सिद्धांतों की रूपरेखा प्रस्तुत की। ओ.पी. राणा ने सभी संकाय सदस्यों का स्वागत किया और कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। विषय विशेषज्ञ डी.के. बंजारे ने एनईपी- 2020 के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला, जिसमें नए पाठ्यक्रम, बहु-विषयक कार्यक्रम, मूल्यांकन प्रक्रिया, फील्ड प्रोजेक्ट, इंटर्नशिप और अनुसंधान कार्य शामिल हैं। डॉ. मेमन साहू ने कक्षाओं के सुचारू संचालन के लिए समय सारणी साझा की, और डॉ. एन.के. लहरे ने नई शिक्षा नीति के अंतर्गत बदलावों पर अपने विचार व्यक्त करते हुए शिक्षकों को प्रेरित किया।
कार्यशाला में संकाय सदस्यों ने एनईपी- 2020 को लागू करने में आने वाली चुनौतियों और अवसरों पर भी चर्चा की। वक्ताओं ने नई शिक्षा नीति के अंतर्गत आवश्यक बदलावों पर बल दिया और शिक्षकों को इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। कार्यशाला में जे.आर. परतेती (आईक्यूएसी प्रकोष्ठ के समन्वयक), ए.एल. चंद्रभाष, डॉ. जे.पी. सूर्यवंशी, अंजली कुंजाम, एस.के. देवांगन सहित महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक एवं अतिथि व्याख्याता उपस्थित थे। यह कार्यशाला शिक्षकों के लिए एनईपी- 2020 को समझने और उसके अनुसार अपने शिक्षण दृष्टिकोण को समायोजित करने में अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुई।

Back to top button

You cannot copy content of this page

error: Content is protected !!