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छत्तीसगढ़,,,,,,महासभा की मजबूती के लिए एकजूटता बनाये रखेंखुर्सीपार में गोंड़ समाज की बैठक आयोजित

गत 28 दिसंबर को कोयतुर गोंड़ समाज ब्लाक इकाई छुरिया-डोंगरगढ़ के अंतर्गत सुदूर वनांचल ग्राम खुर्सीपारखुर्द में सर्कल स्तरीय बैठक सम्पन्न हुआ जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में सामिल ब्लाक अध्यक्ष दिनेश कुरेटी दिलेर ने कहा कि महासभा के मजबूती के लिए एकजूटता बनाये रखने की आवश्यकता है।
बैठक के मुख्यअतिथि ब्लाक अध्यक्ष दिनेश कुरेटी दिलेर रहे,अध्यक्षता सर्कल अध्यक्ष दुखूराम हुर्रे ने किया।बैठक का शुभारंभ बूढ़ालपेन के सेवा अर्जी के साथ हुआ पश्चात समाज प्रमुखों का स्वागत किया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए गोंड़ समाज के ब्लाक प्रमुख दिनेश कुरेटी दिलेर ने कहा कि संभागीय गोंड़ महासभा मोहला से वर्तमान में छत्तीसगढ़ एवं महाराष्ट्र राज्य के 12 सामाजिक ब्लाक सक्रिय रूप से जुड़े हुए है।महासभा के शक्ति को बनाये रखने के लिए ग्राम इकाई को एकजुट रहने की आवश्यकता है।हमारे गोंड़ समाज के लोगों में आज भी सोच एवं समझ का अभाव है। जाति के आधार पर समाजिक संगठन बना है जिसे कुछ लोग विभाजित करने में लगे हुए हैं जोकि सामाजिक एकता एवं अखंडता के दृष्टिकोण से उचित नहीं हैं। हमारे गोंड़ समाज के लोग अपनी अति प्राचीन एवं गौरवशाली देवी- देवताओं,सेवा अर्जी,श्रृंगार,पोशाक,बोली-भाषा,रूढ़ी-प्रथा-परम्परा,संस्कृति, रीति-रिवाज,रिश्ता-नाश्ता को छोड़कर दूसरों के देवी- देवताओं,पूजा पद्धति,श्रृंगार, पोशाक,बोली-भाषा, संस्कृति,रिश्ता-नाता को अपनाने में लगे हैं। इससे गोंड़ समाज की विशिष्ट पहचान खत्म हो जायेगी। जब विशिष्ट पहचान खत्म हो जायेगी तो आरक्षण भी खत्म हो जायेगा। जब दूसरों के देवी-देवताओं,पूजापद्धति,बोली-भाषा,संस्कृति,रीति-रिवाज,रिश्ता-नाता को अपनाने में लगे हुए हैं तो दूसरों के सुख- सुविधा,विकास परक सोच,व्यावसाय,व्यापार,साधन एवं सम्पन्नता को क्यों नहीं अपना पा रहे हैं? ये बड़ी गंभीर विषय है।जो लोग सामाजिक गतिविधियों में अग्रणी भूमिका निभाते हैं उन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।अच्छी सोच के साथ आगे बढ़ने वाले समाज प्रमुखों के टांग खींचने के बजाय उनके कंधे से कंधे मिलाकर सामाजिक संगठन को मजबूत करने के लिए काम करने की जरूरत है।समाज के प्रतिभावान निर्धन छात्रों को आवश्यकता अनुसार आर्थिक मदद कर उन्हें उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए मदद करने की जरूरत है। आज भी हमारे समाज के लोग लोकतंत्र के चार स्तम्भ कहे जाने वाले देश व राज्य के शासन-प्रशासन,न्यायालय एवं मीडिया में जनसंख्या के अनुपात में अपनी अग्रणी भूमिका नहीं निभा पा रहे हैं जोकि काफी चिंता जनक है। श्री कुरेटी ने लोगों से प्रत्येक सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय सहभागिता निभाने का आव्हान किया।
बैठक में सर्कल अध्यक्ष दुखूराम हुर्रे,उपाध्यक्ष नंदू टेकाम, कोषाध्यक्ष गोवर्धन मरस्कोले,दिलीप कुमार सलामें,गणीराम मंडावी,आशा हुर्रे एवं सुनिता मंडावी ने भी अपना विचार व्यक्त किया तथा लोगों से समाज प्रमुखों के निर्देशों का कड़ाई से पालन करने का आव्हान किया। स्वागत भाषण एवं आभार प्रदर्शन सुनिता मंडावी तथा संचालन आशीष उइके ने किया।बैठक में संभागीय गोंड़ महासभा मोहला के समस्त आदेश- निर्देश,निर्णय एवं नियमावली का कड़ाई से पालन करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में गणीराम मंडावी,श्रवण मंडावी,सखदास मर्सकोले,सुबेलाल उइके,संतलाल मलगाम,जीवन पन्द्रे,शिवकुमार मंडावी,सुखचंद मरकाम,शिवराम परते,छगन भलावी,अनुसुइया पंधरे,आशा उइके,बिन्दा मलगाम,नीरू केराम,बसंती वट्टी,अनुप हुर्रे आदि सहित डोंगरगढ़ सर्कल के सैकड़ों सामाजिक लोग उपस्थित थे।

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