ई, एन, एस, समाचार,,,,छत्तीसगढ़ लोककला ,साहित्य एवं संस्कृति के संवर्धन के लिए आरती को मिला छत्तीसगढ़ गौरव सम्मान

पदमराज सिंह,,,,,लोक कला साहित्य पर वैचारिक संगोष्ठी एवं राष्ट्रीय सम्मान समारोह का आयोजन वृंदावन सभागार सिविल लाइन रायपुर में 1 सितंबर रविवार को आयोजित किया गया था।
जिसमें कबीरधाम के कु.आरती ठाकुर शिक्षक ( शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय पांडातराई) को छत्तीसगढ़ लोक कला साहित्य एवं संस्कृति के संवर्धन एवं उन्हें निरंतर आगे बढ़ाने के लिए छत्तीसगढ़ गौरव सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया।
यह सम्मान उन्हें शिखर साहित्य अकादमी रायपुर द्वारा बस्तर के महाराजा माननीय कमल चंद्रभंज देव के हाथों से प्रदान किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बस्तर के महाराजा कमल चंद्र भंजदेव एवं विशिष्ट अतिथि आरंग विधायक माननीय गुरु खुशवंत साहेब , पद्मश्री डॉ उषा बारले एवं पद्मश्री राधेश्याम बारले व मन्नू लाल चेलक (राष्ट्रपति पुरस्कृत ) शिखर साहित्य अकादमी के अध्यक्ष द्वारा कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्र के लोगों को सम्मानित किया गया।
आरती ठाकुर को यह सम्मान छत्तीसगढ़ी परंपरा एवं छत्तीसगढ़ी खानपान रहन-सहन लोकगीत नृत्य के संवर्धन हेतु प्रदान किया गया। विद्यालय में छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों के वेशभूषा का प्रदर्शन व अन्य कला क्षेत्र से परिचित कराया जाता है । स्वयं के व्यय से छत्तीसगढ़ी पारंपरिक वेशभूषा का संकलन भी विद्यालय स्तर पर किया गया है।
निरंतर छत्तीसगढ़ी परंपरा को आगे बढ़ाए रखने एवं यहां के पारंपरिक चीजों को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ गौरव इन्हें जोड़ा जोड़ा गया है।
छत्तीसगढ़ी लेखन में भी आरती उच्च स्तरीय शिक्षण संस्थान पर कार्य किया है।