छत्तीसगढ़,,,,,ग्राम पंचायत,,सरपंच सोच समझ कर ही चुने

सरपंच सोच समझ कर ही चुने ,, सरपंच पद के लिए जो उम्मीदवार सर्वाधिक रुपए खर्च करेगा,वो कभी पंचायत का विकास नहीं करेगा, क्योंकि वो व्यक्ति भ्रष्टाचार कर अपने खर्च किए हुए रुपए वसूल करेगा, जिसके कारण विकास नहीं हो पाएगा।
पंचायत चुनाव नजदीक है, और अब गांवों में कथित सरपंचों की लिस्ट तैयार होने लगी है लेकिन कोई भी भावी सरपंच विकास के लिए नहीं गांव के गरीब के लिए नहीं बल्कि अपने अपने समीकरणों के आधार पर तैयारी कर रहे हैं, अधिकतर उम्मीदवारों को सरपंच की जिम्मेदारी व अधिकार तक नहीं पता वो सरपंच पद को केवल पैसा कमाने स्त्रोत मानते हैं।
ज्यादातर गांव में खेतिहर मजदूर किसान इनके बारे में कैसे जाने यह जिम्मेदारी हम सब जागरूक ग्रामवासियों की बनती है कि गांव की सरकार चुनने में लोगों को जागरूक करें। ताकि सरपंच वो बने जो गांवों को अपना घर मानकर काम करे। और जनता को शिक्षा, स्वास्थ, और रोजगार, में राहत प्रदान करने में जनता के सक्षम हो।
अब फैसला आपको खुद करना है,,मजबूर बनना है,या मजबूत
1.अपने लोगों का नहीं बल्कि योग्य परिवारों, को पेंशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, एवं सभी योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाना।
2– गरीब हो या अमीर सभी को सरकार की हर स्किम का फायदा दिलवाना।
3– ग्राम पंचायत के युवाओं को रोजगार दिलाने कि मजबूत पैरवी करे।
4– ग्राम पंचायत के सभी मुख्य मार्गों का डामरीकरण करवाना।
5– ग्राम पंचायत पर जनसुनवाई केन्द्र स्थापित करना और आम जनता के समस्याओं का समाधान कराना।
6– सरकारी योजनाओं का बीपीएल परिवारों और पेंशनधारियों को सीधा फायदा दिलवाना।
7– सरपंच का लक्ष्य जनता का पैसा जनता को मिले।
8– हमारा सरपंच ऐसा होना चाहिए जो गांवों का चहुंमुखी विकास करें, गांव में भेदभाव के बजाय मेल-मिलाप पर ध्यान देना।
9– गांव का सरपंच शिक्षित होना चाहिए जो गांवों की कमियों को दूर कर सकें। शिक्षित व योग्य उम्मीदवार ही गांव को बेहतर बना सकता है।
10– हमारा सरपंच ऐसा होना चाहिए जो सरकार द्वारा गांव विकास के लिए भेजी गई राशि का सदुपयोग कर गांव के विकास में
खर्च हो।
11– सरपंच ऐसा हो जो गांव के लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता से लेकर उन्हें हल करवाए। जिससे गांव का हर व्यक्ति अपने सरपंच से सहानुभूति रख सके।
जय जोहार
किसान कल्याण फाउंडेशन राष्ट्रीय महासचिव
भगवती मिरज